Paetongtarn Shinawatra : जानिए कौन हैं पैथोंगटार्न शिनावात्रा, आखिर चर्चा में क्यों हैं

Paetongtarn Shinawatra: पैथोंगटार्न शिनावात्रा को थाईलैंड का नया प्रधानमंत्री चुना गया है। यह थाईलैंड की राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है ।

Who is Paetongtarn Shinawatra:

 पैथोंगटार्न शिनावात्रा को थाईलैंड के लोग प्यार से “इंग” भी बुलाते हैं। “इंग” थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की बेटी हैं। ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री पद पर पैथोंगटार्न शिनावात्रा की नियुक्ति से थाईलैंड की राजनीति को नई दिशा मिलेगी। पैथोंगटार्न शिनावात्रा  की प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति इस बात का प्रमाण है कि शिनावात्रा परिवार की राजनीतिक विरासत अभी मजबूत है।

 

प्रारंभिक शिक्षा 

 पैथोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) का जन्म 21 अगस्त 1986 को बैंकॉक में हुआ था। इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल और मदर देई स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद इन्होंने चुलालोंगकोर्न विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र एवं मानव शास्त्र में स्नातक की उपाधि हासिल की। अपनी उच्च शिक्षा के लिए इन्होंने इंग्लैंड के यूनिवर्सिटी आफ सरे से अंतरराष्ट्रीय होटल प्रबंधन में मास्टर डिग्री प्राप्त की।

Paetongtarn Shinawatra

व्यावसायिक करियर 

पैथोंगटार्न शिनावात्रा एक सफल उद्यमी भी है। वह एससी एसेट कॉर्पोरेशन की सबसे बड़ीशेयर होल्डर हैं। शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) थाईकॉम फाउंडेशन की निदेशक भी हैं। यदि उनकी कुल संपत्तियों का आकलन किया जाए तो, 2022 तक वह 21 कंपनियों की मालिक थीं। जिनकी कुल संपत्ति लगभग 68 बिलियन थाई बहत ( 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की थी। क्योंकि यह आंकड़ा 2022 तक का है, इसलिए 2024 के आंकड़े में वृद्धि संभव है।

 

राजनीतिक कैरियर

पैथोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) का राजनीतिक सफर तब शुरू हुआ जब वह “फ्यू थाई पार्टी” की सलाहकार समिति की प्रमुख बनीं। 2022 में पैथोंगटार्न शिनावात्रा को फ्यू थाई पार्टी के “प्रमुख” के रूप में चुना गया। 2023 के थाईलैंड के आम चुनाव के दौरान वह फ्यू थाई पार्टी की प्रधानमंत्री पद की मजबूत दावेदार थीं

 

प्रधानमंत्री के रूप में चुनाव

इस साल थाईलैंड की संसद के द्वारा पैथोंगटार्न शिनावात्रा को देश की सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया। उनकी पार्टी और उनकी सहयोगी पार्टियों ने 493 सीटों में से 314 सीटें जीतीं। इसलिए प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के लिए पैथोंगटार्न शिनावात्रा के पास पर्याप्त बहुमत था।

 

चुनौतियां एवं अवसर

पैथोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) के सामने वर्तमान में कई चुनौतियां हैं, जिनमें आर्थिक सुधार, सामाजिक सुधार, राजनीतिक स्थिरता एवं सामाजिक न्याय शामिल है। थाईलैंड की जनता को पैथोंगटार्न शिनावात्रा से बहुत उम्मीदें हैं। उनके प्रधानमंत्री बनने से खासकर युवाओं और महिलाओं में खास उम्मीद जगी है। अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के क्षेत्र में पैथोंगटार्न थाईलैंड के पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने के लिए हमेशा से पक्षधर रही हैं। वह सभी देशों के साथ मित्रता और सहयोग की नीति अपनाएंगी। पैथोंगटार्न शिनावात्रा की नियुक्ति ने थाईलैंड की राजनीति को नई ऊर्जा और उत्साह भर दिया है। पैथोंगटार्न शिनावात्रा से थाईलैंड की जनता को बहुत अपेक्षाएं हैं।  देखना दिलचस्प होगा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान क्या-क्या बदलाव लाती हैं।

 

 

Paetongtarn Shinawatra: पैथोंगटार्न शिनावात्रा की कहानी प्रेरणादायक है, और समाज के सामने एक मिसाल प्रस्तुत करती है। पैथोंगटार्न शिनावात्रा की नेतृत्व क्षमता, व्यावसायिक कौशल, और राजनीतिक दृष्टिकोण ने उन्हें एक प्रभावशाली नेता बना दिया है। थाईलैंड की जनता को उनसे बहुत उम्मीदें हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि पैथोंगटार्न शिनावात्रा लोगों की अपेक्षाओं पर कैसे खरा उतरती हैं।

 

 

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण):

पाठकों तक सटीक जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न तरीकों से रिसर्च करने के बाद इस लेख को लिखा गया है। लेकिन फिर भी इसमें त्रुटि संभव है यदि ऐसी कोई भी त्रुटि हो तो इसमें सुधार हेतु आप Contact us Page पर हमसे संपर्क कर सकते हैं। प्रस्तुत आलेख में दी गई जानकारी और तथ्यों की सटीकता या पूर्णता की जिम्मेदारी newsindiaportal.com की नहीं है। इसका अनुसरण करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version